Friday, March 11, 2011

साथ तेरा...

तू न मुस्कुराये तो भी तुझे मुस्कुराता देखता हूँ 
तू दूर रहकर भी मेरे करीब होती है हर पल 'डी' 

मुस्कुराते रहो इसी तरह सारी ज़िन्दगी
जी लूँगा मैं देखकर तेरी तस्वीर को 'डी'

मैंने कब कहा कि तेरा साथ होना लाजमी है
हर यादें तो क़ैद है तेरी इस दिल में 'डी'

तूने जो प्यार दिया, उसे संभालकर दिल में छुपा कर रखा है
जब भी तेरी याद आती है, थोडा सा प्यार चुरा लेता हूँ दिल से 

तुमने फ़रमाया कि तुम छोड़ रही हो साथ मेरा
इस दिल से तो पूच्छो क्या छोड़ने देगा तुम्हे ये कभी 

जिस दिन से तुमने अपना घरौंदा मेरे दिल को बनाया था  
उस दिन से क़यामत तक हम एक पल भी जुदा नहीं रहेंगे

--- स्वरचित ---  


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