Sunday, March 22, 2015

अर्ज़ है...


हर चेहरा के कई हैं चेहरें, हर चेहरें के कई हैं राज़।  
हर राज़ के पीछे देखो, 'डी' छुप्पा है हर एक चेहरा।।

--- जॉनी 'डी' ---
२ २ मार्च २ ० १ ५

Monday, March 16, 2015

अर्ज़ है...


हर एक बूँद आँसू के मुस्कान में बदलते देखा है
हर कोई तो जीता है यहाँ 'डी' यादों के महलों में

--- जॉनी 'डी' ---
१ ६ मार्च २ ० १ ५

Have seen every drop of tears turning into a smile
'D' everyone is indeed living in palaces of memories

--- Johnny D ---
16th March 2015