आज देखा, चर्चा किया और कल भुलाकर
ज़िन्दगी अपनी मौज से जीने लगे ऐ दुनियांवालों
दिल पे लगने से नहीं बनती हैं बातें
ज़मीन पर जब तक नहीं करोगे मुसक्क़त
--- ज़ोनी 'डी' ---
0 2 - 0 7 - 2 0 1 2
ज़िन्दगी अपनी मौज से जीने लगे ऐ दुनियांवालों
दिल पे लगने से नहीं बनती हैं बातें
ज़मीन पर जब तक नहीं करोगे मुसक्क़त
--- ज़ोनी 'डी' ---
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