All that erupts from my heart are on this page...
अर्ज़ हैं...
हर किसी की चाहत तो मोहब्बत है मगर !
हर कोई नफरत ही कर बैठता है 'डी' मगर क्यों !!
~ ज़ानी डी ~
९ जुलाई २०२०