(English translation is given below the Original... )
लगता है जैसे कल की ही हो ये बात
लड़ते-झगड़ते रहे हम दोनों बिन बात
अब कटती है तन्हाईयों में हर रात
याद करके हर वो मीठी-मीठी बातें
दिल है मज़बूर, बस में नहीं हैं जज़्बात
करवटें बदलती है बिस्तर में हर रात
खुदा जाने क्यों हुई ऐसी बात...
खुदा जाने क्यों हुई ऐसी बात...
--- स्वरचित ---
३ १ - १ २ - २ ० १ १
--- Johnny D ---
3 1 - 1 2 - 2 0 1 1
लगता है जैसे कल की ही हो ये बात
लड़ते-झगड़ते रहे हम दोनों बिन बात
अब कटती है तन्हाईयों में हर रात
याद करके हर वो मीठी-मीठी बातें
दिल है मज़बूर, बस में नहीं हैं जज़्बात
करवटें बदलती है बिस्तर में हर रात
खुदा जाने क्यों हुई ऐसी बात...
खुदा जाने क्यों हुई ऐसी बात...
--- स्वरचित ---
३ १ - १ २ - २ ० १ १
It seems like just yesterday
We kept fighting for no reasons at all
Every night now is spent in solitude
Remembering all those sweet-sweet things
Heart is compelled, emotions are uncontrolled
As I toss and turn in bed every night
Don't know why it happened O God...
Don't know why it happened O God...
--- Johnny D ---
3 1 - 1 2 - 2 0 1 1